Tau Khattar ने दी जानकारी- 2035 तक दोगुनी हो जाएगी बिजली की मांग

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल (Tau Khattar) ने नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन में हरियाणा में आठ साल तक काम करने वाले सुशासन सहयोगियों और उनके परिवारों से बातचीत करते हुए कहा कि साल 2035 तक देश में बिजली की वर्तमान मांग दोगुनी हो जाएगी और हाऊसिंग सेक्टर में 130 करोड़ मकान उपलब्ध करवाए जाएंगे। साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने कार्यक्रम में अपने प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभवों को साझा किया।

केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल (Tau Khattar) ने कहा कि शासन-प्रशासन के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए नए युवा पेशेवरों का विजन बहुत महत्वपूर्ण है। वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए युवा पेशेवरों का ज्ञान प्रयोग किया जा सकता है।

Tau Khattar ने कहा कि देश में बिजली की वर्तमान मांग 2035 तक दोगुनी हो जाएगी और 130 करोड़ लोगों को घर मिलेंगे। हम देश भर में नए आयामों को छू सकने वाले इन बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए युवा पेशेवरों के विशेष सहयोग और विजन की आवश्यकता रहेगी।

22 सुशासन सहयोगियों को सम्मानित किया गया : Tau Khattar

नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में मनोहर लाल Tau Khattar ने हरियाणा में आठ साल तक सुशासन में काम करने वाले सहयोगियों और उनके परिवारों को संबोधित किया। उस समय राज्य में 148 सुशासन सहयोगी थे, जिन्हें जिला उपायुक्तों के साथ काम करना था। कार्यक्रम में निजी क्षेत्र के भागीदार और राज्य में पिछले 15 महीने से काम कर रहे 22 सुशासन सहयोगी सम्मानित हुए। हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल खट्टर ने बहुत सफल सुशासन सहयोगी कार्यक्रम शुरू किया था।

Tau Khattar ने अपना अनुभव बताया

manohar lal khattar

कार्यक्रम में मनोहर लाल खट्टर ने अपने राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभवों को खुलकर बताया। मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए मुझे कोई अनुभव नहीं था, उन्होंने कहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मैंने इस बारे में बातचीत की। उसने हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप विधायक हैं, लेकिन मैं मुख्यमंत्री था। जब आप काम करेंगे तो आप सीखेंगे। कुछ मौजूदा परिस्थितियां प्रदान करती हैं। आप बस कुछ करने के लिए उत्सुक होना चाहिए।

नियम कायदे सरकारी व्यवस्था में नहीं लागू होते थे: Manohar Lal Khattar

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब मैं हरियाणा का मुख्यमंत्री था, राज्य की पुलिस को पैरालिसस कहा जाता था। सरकारी व्यवस्था में कोई कानून नहीं था। हमने इस प्रणाली को नियमों और कायदे से सरकार चलाया है। वे राज्य में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों की व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें रखने की सिफारिशें भी मिलती थीं, लेकिन हमने ऐसी कोई सिफारिश नहीं मानी।

148 सुशासन सहयोगियों ने पूरी तरह से मदद की – Tau Khattar

मनोहर लाल को मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव सुशासन सहयोगी परियोजना के निदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने वास्तुकार का दर्जा दिया। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल ने 148 सुशासन सहयोगियों को सफलतापूर्वक काम करने में पूरा सहयोग दिया।

अग्रवाल ने बताया कि सुशासन सहयोगियों ने पिछले आठ सालों में 660 से अधिक अंत्योदय सरल केंद्रों को खोला है। इसके लिए राष्ट्रपति ने प्लेटिनम पुरस्कार भी दिया। 20 से अधिक सुशासन सहयोगी वर्तमान में विभिन्न विभागों में सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं।

Manohar Lal Khattar ने आईटी का उपयोग करके सरकार चलाई

डा. राकेश गुप्ता, राष्ट्रपति सचिवालय में अवर सचिव और सीएमजीजीए के पूर्व परियोजना निदेशक, ने आनलाइन स्थानांतरण नीति को लागू करने के संबंध में अपने अनुभव को साझा किया। गुप्त ने कहा कि मनोहर लाल ने टेक-गवर्नेंस और आईटी के उपयोग से सरकार चलाने की बात की। मनोहर लाल ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक यशपाल यादव और चीफ फीडबैक आफिसर मोहित सोनी से मिलकर किए गए कामों की जानकारी ली।

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अशोका विश्वविद्यालय सोनीपत के वीसी सोमक राय चौधरी, गौरव गोयल, विनीत गुप्ता और डा. प्रमथ राज सिन्हा ने भी कार्यक्रम में भाषण दिए। नोहर लाल ने सीएमजीजीए के आठ वर्षों के काम को चित्रित करने वाली एक फिल्म और बहुत सी टेबल बुक भी जारी की।

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