Supreme Court Decisions : आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले: शीर्ष अदालत में लंबी गर्मी की छुट्टी देने की परंपरा अभी भी जारी है, लेकिन इस साल कुछ अलग हुआ है। रिकॉर्ड 20 बेंच पहली बार करीब दो महीने की छुट्टियों के दौरान लगाई गईं। इन बेंचों ने वकीलों की सहमति से इतने मामले सुलझा लिए कि छुट्टी के दौरान सुनवाई के लिए रखे गए मामलों की सूची ही समाप्त हो गई। बहुत से लोग सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की लंबी छुट्टियों की आलोचना करते हैं क्योंकि वे उनके कार्यभार से अनजान हैं।
चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ (Dhananjaya Yeshwant Chandrachud) ने कहा कि लोग सिर्फ सुबह 10:30 बजे से शाम 4 बजे तक कोर्ट में बैठे देखते हैं, जहां 40 से 60 मामलों की सुनवाई होती है। वास्तव में, अगले दिन की सुनवाई के लिए तैयार होने के लिए हम जो काम करते हैं, वह सिर्फ कोर्ट में केस सुनने के समय से कहीं अधिक होता है।
चीफ जस्टिस Dhananjaya Y. Chandrachud ने कहा कि अगले दिन की सुनवाई के लिए प्रत्येक जज केस की फाइलें पढ़ने में लगभग समान समय लगाता है। फैसले सुनाने (Supreme Court decisions today) का कार्य हफ्ते में दफ्तरी दिनों मे होता है। शनिवार को हर जज फैसलों को लिखता है, या डिक्टेट करता है। रविवार को, हम सब सोमवार को होने वाली सुनवाई के लिए निर्धारित केसों को पढ़ते हैं। यही कारण है कि हर जज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) में बिना छुट्टी के सातों दिन काम करता है।
Supreme Court decisions: सुप्रीम कोर्ट मे गर्मियों की छुट्टियों में तीन गुना केस निपटाए गए
गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार से न्यायालय (SC) में नियमित कामकाज फिर से शुरू हो गया है। अगले कुछ हफ्तों में, मुख्य न्यायाधीश (CJI) की अध्यक्षता वाली बेंच निर्णय (supreme court decisions) लेगी। इन फैसलों में 3 फैसले 9 जजों की बेंच, 2 फैसले 7 जजों की बेंच और 2 फैसले 5 जजों की बेंच करेगी। छुट्टियों के दौरान निपटाए गए मामलों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना से अधिक बढ़ी है। 2017 में छुट्टियों में लगभग 461 मामले सुलझाए गए थे, लेकिन इस साल लगभग 1,170 मामले सुलझाए गए थे।
Supreme Court Decisions: आने वाले हफ्तों में किस मामले पर फैसला होगा?
दशकों से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) में कई महत्वपूर्ण मामले लंबित हैं, जिनमें से कुछ आने वाले हफ्तों में फैसला (Supreme Court decisions) हो सकता है। इनमें से एक विवाद है कि क्या औद्योगिक शराब को नशीली शराब माना जा सकता है, और दूसरा विवाद है कि क्या निजी संपत्ति, सामुदायिक संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है या नहीं। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ देश-विदेश में सम्मेलनों में भाग लेने और प्रशासनिक कार्यों को नियंत्रित करने के अलावा, अपने नेतृत्व वाली बेंचों में 18 मामलों में फैसले ले रहे हैं।
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इन 18 मामलों से कुल 176 याचिकाएं जुड़ी हुई हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया को सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने कहा, “अन्य सुप्रीम कोर्ट के जजों ने भी 190 मामलों में फैसले (Supreme Court Decisions) सुरक्षित रखे हैं, जिनसे जुड़ी 786 याचिकाएं हैं।” साथ ही, वे लगातार इन फैसलों पर काम कर रहे हैं ताकि अदालत खुलने के कुछ हफ्तों के भीतर फैसले सुनाए जा सकें।
Supreme Court decisions: आंकड़े बताते हैं
2023 से पहले, गर्मी की छुट्टियों में औसतन 1380 मामले हुए। टाइम्स ऑफ इंडिया को सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने बताया कि 2023 में 2261 मामले और 2024 में 4160 मामले गर्मी की छुट्टी वाली बेंचों के सामने पेश किए गए थे। गौर करने वाली बात है कि निपटाए गए मामलों की संख्या भी काफी बढ़ी है। 2017 के आंकड़ों के मुकाबले, इस साल गर्मी के दौरान करीब तीन गुना अधिक मामले निपटाए गए।
2023 से पहले गर्मी की छुट्टियों में औसतन 461 मामले रजिस्ट्री ने हल किए थे। 2023 की गर्मी की छुट्टियों में सुप्रीम कोर्ट ने 751 मामले (Supreme Court decisions) निपटाए, जो इस वर्ष 1170 हो गए। इसके अलावा, इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों के दौरान अवकाश पीठों ने 1157 मामलों में नोटिस भेजे।