Haryana Vidhansabha Chunav 2024: 1 अक्तूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 होने हैं। उससे पहले हरियाणा की तमाम राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। बीजेपी जहां तीसरी बार अपनी सरकार बनाने की कोशिश करेगी वहीं कॉंग्रेस वापिस सत्ता मे आने के लिए हाथ पैर मार रही है। लेकिन उससे पहले कॉंग्रेस पार्टी की आपसी गुटबाजी हाईकमान के लिए सरदर्द बनी हुई है।
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर हुड्डा, सिरसा से सांसद रणदीप सुरजेवाला जैसे प्रमुख नेताओं की पार्टी बैठकों मे एकसाथ दिखने से एकजुटता का संदेश दे रही है।
सांसदों की टिकट को लेकर कॉंग्रेस ने किया रुख साफ: Haryana Assembly election 2024
हाल ही मे कॉंग्रेस ने ऐलान किया कि हरियाणा मे कॉंग्रेस पार्टी किसी भी मौजूदा सांसद को टिकट नहीं देगी। ऐसे मे पार्टी के इस फैसले से पार्टी के भीतर एकजुटता का संदेश देने का प्रयास कर रही है। बता दें, हरियाणा कॉंग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने साफ साफ शब्दों मे कह दिया था कि हरियाणा विधानसभा चुनावों मे किसी मौजूदा सांसद को टिकट नहीं मिलेगा।
हालांकि, किसी भी तरह के विवाद मे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अनुमति ली जाएगी। इसके साथ उन्होने ये भी कहा कि, मौजूदा विधायकों का टिकट तभी कटेगा जब उनके खिलाफ कोई खास सत्ता विरोधी लहर बनेगी।
क्या हुड्डा को मिलेगी सीएम की ज़िम्मेदारी? Haryana VidhanSabha Chunav 2024
अब बाबरिया के ब्यान के बाद पार्टी मे सवाल हो रहे हैं कि क्या कॉंग्रेस एक बार फिर भूपिंदर हुड्डा को सीएम का चेहरा बनाना चाहती है। बता दें, हरियाणा मे कॉंग्रेस दो गुटों मे बंट चुकी है। एक और भूपिंदर हुड्डा और उनके बेटे दीपेन्द्र हुड्डा लाइन मे है और दूसरी और कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला।
कुमारी शैलजा लोकसभा चुनाव के दौरान सिरसा से सांसद बनी हैं जबकि रणदीप सुरजेवाला मौजूदा राज्यसभा सांसद है। वहीं, अब अगर कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ते तो कॉंग्रेस की सीएम पद की दावेदारी निश्चित ही कमजोर हो जाएगी।
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